लिंग : परिभाषा, भेद एवं उदाहरण – Ling in Hindi Grammar
लिंग शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है चिह्न या पहचान। हिन्दी व्याकरणानुसार जिसके द्वारा किसी संज्ञा शब्द की स्त्री या […]
लिंग शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है चिह्न या पहचान। हिन्दी व्याकरणानुसार जिसके द्वारा किसी संज्ञा शब्द की स्त्री या […]
आज के इस HindustanTrend.Com के आर्टिकल में आप वर्ण का दूसरा प्रकार व्यंजन वर्ण के बारे में पढ़ सकते हैं।
परिभाषा (Definition) – वे शब्द जिनका रूप नहीं बदलता अर्थात् जिनमें लिंग, वचन, कारक, काल आदि के कारण कोई विकार
परिभाषा : – ‘क्रिया’ शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है, किसी काम का किया जाना या होना। व्याकरण में भी
सर्वनाम की परिभाषा – किसी प्राणी, वस्तु, स्थान, भाव आदि के नाम को संज्ञा कहते हैं तथा जो शब्द सर्व
परिभाषा : – वर्णों के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं । कुछ शब्द एकार्थी होते हैं तो कुछ अनेकार्थी
संज्ञा की परिभाषा – किसी प्राणी, वस्तु, स्थान, भाव, अवस्था, गुण या दशा के नाम को संज्ञा कहते हैं। जैसे
‘कारक‘ शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है – क्रिया को करने वाला, क्रिया से सम्बन्ध कराने वाला अर्थात् क्रिया को
वे शब्दांश जो किसी मूल शब्द के पूर्व में लगकर उस शब्द का अर्थ परिवर्तन, अर्थानुवर्तन या अर्थ में विशेषता
आज के इस आर्टिकल में आप हिंदी व्याकरण का चैप्टर संधि (Sandhi) के बारे में पूरी जानकारी पढ़ सकते हैं।
परिभाषा :- जब दो या दो से अधिक व्यंजनों के संयोग से संयुक्त ध्वनियाँ बनती हैं अर्थात स्वर रहित व्यंजन
हिंदी व्याकरण में वर्ण के मुख्यतः दो प्रकार स्वर वर्ण और व्यंजन वर्ण होते हैं। लेकिन कुछ विद्वान अयोगवाह वर्ण