आज के इस HindustanTrend.Com वेबसाइट के आर्टिकल में आप हिंदी व्याकरण का प्रथम चैप्टर भाषा के बारे में पढ़ सकते हैं।
भाषा को इंग्लिश में Language कहा जाता हैं। इस आर्टिकल में आप भाषा (Bhasha) का परिभाषा और इसके प्रकार आदि के बारे में पढ़ सकते हैं।
भाषा – Bhasha in Hindi Grammar
भाषा – Language
परिभाषा – मानव के विचार विनिमय के मौखिक एवं लिखित माध्यम को भाषा कहा जाता है।
अतः भाषा वह माध्यम है जिसके द्वारा व्यक्ति अपने भावों और विचारों को प्रकट करता है और दूसरों के भावों और विचारों को जान सकता है भाषा वह साधन है, जिसके द्वारा मनुष्य अपने विचार दूसरों तक भली-भाँति प्रकट कर सकता है।”
भाषा के रूप –
किसी भी भाषा के दो रूप होते हैं –
1 . मौखिक भाषा
2 . लिखित भाषा
(1) मौखिक भाषा – भाषा के जिस रूप से मानव अपने मन के भावों और विचारों का आदान-प्रदान बोलकर या सुनकर करता है, उसे मौखिक भाषा कहते हैं।
(2) लिखित भाषा – भाषा के जिस रूप से मानव मन के भावों और विचारों का आदान-प्रदान लिखकर और पढ़कर करता है, उसे लिखित भाषा कहते हैं।
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 (i) के अनुसार ‘हिन्दी भाषा‘ को भारत की ‘राज-भाषा’ स्वीकार किया गया है। साथ ही संविधान की आठवीं सूची में वर्तमान में 22 भाषाओं को मान्यता दी गयी है। हिन्दी भाषा को भारत के प्रत्येक भाग में बोला और समझा जाता है।
बोली (Dialect)
जब तक कोई भाषा केवल बोलचाल के रूप में बनी रहती है; जिसका क्षेत्र सीमित होता है। जिसमें उच्चारण सम्बन्धी भिन्नता बनी रहती है; लिखित रूप में न होने के कारण अपना व्याकरण एवं समृद्ध साहित्य नहीं होता, ‘बोली’ कहलाती हैं।
लिपि (Script)
प्रत्येक भाषा को लिखने का अपना ढंग होता है। अतः किसी भाषा के लिखित रूप को उसकी लिपि कहते हैं। वैसे भाषा का प्रारम्भिक रूप मौखिक ही था।
अर्थात् वह केवल बोली जाती थी। धीरे-धीरे प्रत्येक ध्वनि को लिखित रूप देने के लिए पृथक्-पृथक प्रतीक चिह्न निश्चित किये गये। फलतः भाषा का लिखित रूप बना।
अतः भाषा की ध्वनियों को जिन प्रतीक चिह्नों द्वारा लिखा जाता है, उसे लिपि कहते हैं। संस्कृत, हिन्दी, मराठी, नेपाली आदि भाषाओं की लिपि नागरी या देवनागरी है।
पंजाबी भाषा गुरुमुखी लिपि में लिखी जाती है तो उर्दू की लिपि फारसी तथा अंग्रेजी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है।